✍🏻 ARMAN KHATRY ….
श्री बंशीधर नगर:- जुमला नौजवाने अशरफी कमेटी के तत्वावधान में दारुल उलूम समसिया कादरिया कोइन्दी परिसर में 1500वें जश्ने ईद मिलादुन्नबी और मौलाना असरफ हुसैन मिसबाही के फातिहा-ए-चहल्लुम के मौके पर एक भव्य जलसे का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में क्षेत्र के सैकड़ों लोगों ने भाग लेकर धार्मिक श्रद्धा और सामाजिक एकता का संदेश दिया। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि झामुमो के केंद्रीय समिति के सदस्य ताहीर अंसारी, प्रसिद्ध समाजसेवी डॉ. यासीन अंसारी और हजरत हुजूर पीरे मुरशिद अमिनुल होदा, पीरे मुरशिद तनमीरुल होदा विशेष रूप से उपस्थित रहे। झामुमो नेता ताहीर अंसारी ने कहा कि ऐसे धार्मिक आयोजनों से समाज में शांति, एकता और भाईचारे का माहौल बनता है। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे शिक्षा और समाजसेवा को अपने जीवन का उद्देश्य बनाएं। डॉ. यासीन अंसारी ने कहा कि इस आयोजन से समाज में एक सकारात्मक संदेश जाता है और यह सभी वर्गों को जोड़ने का कार्य करता है। वहीं, झारखंडी बाबा ने अपने वक्तव्य में इस्लाम के बताए गए रास्ते पर चलने की आवश्यकता पर बल दिया। इस अवसर पर युवा समाजसेवी महमूद आलम सीनियर, मुखिया फिरदौश आलम, मुश्ताक अंसारी, असगर अंसारी, हाफ़िज़ व कारी गुलाम सादिक, अहमद अंसारी, जफरुदिन अंसारी, चंगेज अंसारी, फिरदौस आलम और समसूदिन अंसारी, सहरे अंसारी सहित बड़ी संख्या में स्थानीय लोग उपस्थित रहे। जलसे का संचालन मौलाना एजाज अंजुम ने किया।
