✍🏻ARMAN KHATRY
गढ़वा जिला अंतर्गत केतार प्रखंड में नल-जल योजना के क्रियान्वयन में गंभीर अनियमितताओं की शिकायत उपायुक्त को लिखित आवेदन शिकायत में थी। जिसके आलोक में सोमवार को उपायुक्त ने स्वयं मौके पर पहुंचकर निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने पाया कि कई स्थानों पर पाइपलाइन से लगातार पानी रिसाव हो रहा है, जिसके कारण सड़क पर पानी बह रहा है और सरकारी संसाधनों की बर्बादी हो रही है

ग्रामीणों ने उपायुक्त से शिकायत की कि पाइपलाइन लीक रहने के कारण पानी सड़क पर फैलकर बर्बाद हो रहा है, वहीं उन्हें स्वच्छ पेयजल की आपूर्ति भी नहीं मिल पा रही है। कई वार्डों में तो सप्लाई बिल्कुल बाधित है, जबकि जहां पानी उपलब्ध हो रहा है, वहां भी रिसाव की समस्या बनी हुई है। इस वजह से ग्रामीणों में आक्रोश देखा जा रहा है।

निरीक्षण के क्रम में उपायुक्त ने संबंधित विभागीय पदाधिकारियों को फटकार लगाते हुए तुरंत सुधारात्मक कार्रवाई करने का निर्देश दिया। उन्होंने स्पष्ट कहा कि नल-जल योजना आमजन के हित में चलाई जा रही है और इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

उन्होंने अधिकारियों को अविलंब पाइपलाइन की मरम्मत कर जल आपूर्ति को दुरुस्त करने का आदेश दिया। साथ ही चेतावनी दी कि यदि भविष्य में पुनः ऐसी शिकायत मिली तो जिम्मेदार अधिकारियों और कर्मचारियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
ग्रामीणों ने उपायुक्त के हस्तक्षेप पर संतोष जताया और उम्मीद जताई कि अब उन्हें नियमित और स्वच्छ पेयजल की आपूर्ति मिलेगी। उपायुक्त के निरीक्षण से यह स्पष्ट संकेत मिला है कि जिला प्रशासन योजनाओं की गुणवत्ता पर विशेष नजर रखे हुए है और लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।