गढ़वा, झारखंड। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की डंडई खंड शाखा ने संघ के शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में शनिवार शाम 4 बजे एक भव्य पथ संचलन (रूट मार्च) का आयोजन किया। इस अनुशासित संचलन में डंडई खंड के छह गाँवों के स्वयंसेवकों ने हिस्सा लिया, जिसका स्थानीय लोगों और संगठनों ने उत्साहपूर्वक स्वागत किया।
संचलन का मार्ग और स्वागत
पथ संचलन श्री हरिहर मंदिर डंडई से प्रारंभ हुआ। यह देवी धाम और मुख्य बाजार से होते हुए अंबेडकर चौक पहुँचा। वहाँ से संचलन श्री हनुमान मंदिर की ओर बढ़ा और पुनः देवी धाम होते हुए वापस श्री हरिहर मंदिर के प्रांगण में समाप्त हुआ।
पूरे मार्ग में, स्थानीय सामाजिक और धार्मिक संगठनों के सदस्यों और ग्रामीणों ने पूरे जोश के साथ स्वयंसेवकों पर पुष्पवर्षा कर उनका स्वागत किया, जो क्षेत्र में राष्ट्रीय विचारों के प्रति सम्मान को दर्शाता है।
बौद्धिक और मार्गदर्शन
समापन पर आयोजित बौद्धिक कार्यक्रम में जिला प्रचारक श्री बासुकीनाथ जी और बौद्धिक कर्ता सह जिला कार्यवाह श्री लव कुमार जी ने स्वयंसेवकों का मार्गदर्शन किया।
श्री लव कुमार जी ने स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए कहा कि भारतीय संस्कृति और धर्म के प्रति आस्था और समर्पण बनाए रखना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने ज़ोर दिया कि प्रत्येक स्वयंसेवक को भारत माता और संघ के उद्देश्य के लिए सदैव तत्पर रहना चाहिए।
स्वयंसेवकों की सहभागिता
इस संचलन में डंडई के साथ-साथ सोनेहारा, लवाही, रारो, पचौर और झोतर गाँवों से भी स्वयंसेवक पूरे गणवेश में शामिल हुए।
सुरक्षा व्यवस्था के लिए डंडई थाना पुलिस बल के साथ पूरे संचलन मार्ग पर मौजूद रहा, जिसने कार्यक्रम को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने में सहयोग दिया।
यह पथ संचलन न केवल संघ के शताब्दी वर्ष का उत्सव था, बल्कि यह डंडई खंड में एकता, अनुशासन और राष्ट्रभक्ति का संदेश देने का एक सफल प्रयास भी रहा।

Read Time:3 Minute, 0 Second