हुसैनाबाद से अविनाश कुमार की रिपोर्ट
स्थानीय सरस्वती शिशु विद्या मंदिर जपला में अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपरांत रविवार को संकुल स्तरीय एक दिवसीय बालिका शिक्षा पर आचार्या बहनों का शिविर आयोजित किया गया। जिसके मुख्य अतिथि महिला थाना प्रभारी सूर्यबाला भृंगराज, श्रीमती सुप्रिया जैन , सोनाली विश्वकर्मा एवम बिद्यालय के प्रधानाचार्य कृष्णकांत दुबे द्वारा सामूहिक रूप से दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ किया।
अतिथि परिचय प्रधानाचार्य श्री कृष्णकांत दूबे ने किया।मौके पर महिला थाना प्रभारी सूर्यबाला भृंगराज ने कहा कि बालिका शिक्षा आवश्यक है,लेकिन इसके साथ यह भी आवश्यक है कि बच्चियों में प्रारंभ से ही वे सारी शिक्षाएं दी जाए जो परिवार और समाज के लिए आवश्यक होती है।उन्होंने कहा कि नारी जब शिक्षित हो जाएगी वह अपना कर्तब्य स्वयं जान जाएगी।उन्होंने कहा कि महिलाएं परिवार की धुरी होती है।इसलिए परिवार को बचाने के लिए बच्चियों की शिक्षा को बढ़ाना अनिवार्य है।मौके पर बिद्यालय के प्रधानाचार्य श्री दुबे ने कहा कि देश और समाज के सर्वांगीण बिकास के लिए बालिका शिक्षा के भारतीय मॉडल की आवश्यकता है। बिद्या भारती इस लक्ष्य को सामने रखकर कर एक योजना चला रही है।इसके लिए आवश्यक प्रशिक्षण पर कार्य शुरू हो गया है।उन्होंने कहा कि शिक्षित होने का यह कतई मतलब नही है कि महिलाएं भोजन बनाना छोड़ दें,बच्चों का लालन-पालन नही करें।पश्चिम से उधार लिए गए शैक्षणिक मॉडल के भयावह परिणाम परिवारों के होने एवम संस्कारो के क्षरण के रूप में हमारे सामने है।इसलिए बालिकाओं के लिए बेहतर शिक्षा के साथ-साथ सामाजिक व सांस्कारिक ज्ञान भी महत्वपूर्ण है। कार्यक्रम में मुख्यरूप से विद्यालय प्रबंधन समिति के सचिव राकेश तिवारी, कोषाध्यक्ष सतीश सिंह, सदस्य सत्येन्द्र चंदेल,प्रभारी प्रधानाचार्य अखिलेश कुमार विश्वकर्मा, हरिहरगंज के प्रधानाचार्य विजयेन्द्र प्रसाद, बिलासपुर प्रधानाचार्य जयंत जी प्रमुख रुप से उपस्थित थे।
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