पुलिस अधीक्षक, गढ़वा के द्वारा अपराध गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस दौरान मुख्य रूप से निम्नलिखित बिंदुओं पर समीक्षा की गई एवं निर्देश दिए गए :- 1. आने वाले धार्मिक त्योहारों, यथा होली एवं रामनवमी, को ध्यान में रखते हुए सभी थाना स्तर पर शांति समिति को पुनर्गठित करते हुए एवं उसमें सभी संप्रदाय के अधिक से अधिक प्रतिनिधियों को शामिल करते हुए उनकी बैठक आयोजित करने का निर्देश दिया गया। साथ ही व्हाट्स-एप सहित अन्य सोशल मीडिया पर धार्मिक सौहार्द को बिगाड़ने वाले शरारती तत्वों पर पैनी नजर रखते हुए आवश्यकतानुसार कानूनी कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया। 2. जिला अंतर्गत सभी थानों में एक साथ औचक रूप से एंटी क्राइम चेकिंग चलाए जाने का निर्णय लिया गया, ताकि अवैध हथियार, मादक द्रव्य इत्यादि की तस्करी में संलिप्त अपराधकर्मियों को पकड़ा जा सके। 3. दिनांक 07.03. 2022 को सीमावर्ती सोनभद्र जिले में होने वाले विधानसभा चुनाव को दृष्टिगत रखते हुए सीमावर्ती थानों में आपराधिक तत्वों के विरुद्ध गहन अभियान चलाने एवं आवाजाही वाले मार्गों में चेक पोस्ट लगाकर चेकिंग करने का निर्देश दिया गया। 4. क्षेत्र में प्रभावी गश्ती करते हुए गृहभेदन एवं लूट की घटनाओं पर नियंत्रण रखने का निर्देश दिया गया। साथ ही पूर्व में घटित गृहभेदन, लूट, वाहन चोरी के कांड जो अभी अनुभेदित है, उनमें शामिल अभियुक्तों को चिन्हित कर गिरफ्तार करने एवं उपरोक्त अपराध में शामिल आदतन अपराधकर्मियों के विरुद्ध निगरानी प्रस्ताव समर्पित करने का निर्देश दिया गया, ताकि जेल से छूटने के बाद भी उनकी गतिविधि पर निगरानी रखी जा सके। 5. संगठित अपराधकर्मियों को चिन्हित करते हुए उनके विरूद्ध सी0सी0ए0 के अंतर्गत प्रस्ताव समर्पित करने का लक्ष्य तीनों अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी को दिया गया। साथ ही ऐसे अपराधकर्मियों के विरुद्ध आर्म्स एक्ट के संशोधित प्रावधानों के अंतर्गत आरोप पत्र समर्पित करने का निर्देश दिया गया, जिसमें उम्र कैद तक की सजा का प्रावधान है। 6. मार्ग दुर्घटना से संबंधित सभी मामलों में प्राथमिकी दर्ज होने के तुरंत बाद माननीय न्यायालय में मुआवजा हेतु प्रस्ताव समर्पित करने का निर्देश सभी थाना प्रभारी को दिया गया, ताकि पीड़ित अथवा उनके आश्रित को वैधानिक लाभ मिलने में विलंब ना हो। 7. थाना दिवस के अवसर पर अंचल के पदाधिकारी के साथ मिलकर भूमि विवाद से संबंधित अधिक से अधिक मामलों के निपटारे पर बल दिया गया, ताकि ऐसे विवाद से उत्पन्न होने वाले अपराधिक कांडों में कमी लाई जा सके। 8. माननीय न्यायालय से निर्गत वारंट/ कुर्की, सूचना अधिकार से संबंधित मामले, चरित्र सत्यापन, पासपोर्ट सत्यापन एवं पी0जी0 पोर्टल से संबंधित लंबित मामलों का शीघ्र निष्पादन करने का निर्देश सभी थाना प्रभारी को दिया गया। अपराध गोष्टी के पश्चात पुलिस सभा का आयोजन किया गया जिसमें सभी पुलिस कर्मियों की समस्याओं को सुनते हुए उसके समाधान का आश्वासन दिया गया।
430 total views, 2 views today