अनुमंडल ब्यूरो राहुल वर्मा की रिपोर्ट रमना -गत दिनों पीडीएस दुकानदारों के द्वारा वितरण किए गए चावल में प्लास्टिक के चावल की मिलावट किए जाने की चर्चा जोरो पर है।लाभूको के द्वारा मिलावटी चावल वितरण की शिकायत लाभूकों से मिलने के बाद विशुनपुरा प्रखंड के प्रमुख दीपा कुशवाहा ने रमना प्रमुख करुणा सोनी के साथ रमना प्रखंड परिसर स्थित सरकारी राशन गोदाम मे चावलों की जांच किया।इस दौरान प्रधान सहायक रामानुज शुक्ल और सहायक गोदाम प्रबंधक राहुल प्रकाश भी उपस्थित थे।प्रमुख द्वय ने वितरण किए जाने वाले चावल की जांच करते हुए कहा कि खाने की वस्तुओं मे मिलावट किए जाने से लाभूकों के स्वस्थ पर बुरा असर पड़ेगा।दीपा कुशवाहा और करुणा सोनी ने मौके पर ही सीओं सह एमओ बासुदेव राय से मिलकर तथा जिला आपुर्ति पदाधिकारी को फोन पर जानकारी देते हुए चावल के वितरण पर रोक लगाते हुए जांच कराने की मांग किया।इस संदर्भ में सीओ बासुदेव राय ने कहा कि प्राप्त शिकायत को उच्चाधिकारी को भेज कर जांचोप्रांत नियमाकुल कार्रवाई की मांग की जाएगी।
पायलट प्रोजेक्ट के तहत फोर्टिफाइड राइस का वितरण किया जाता है लाभूकों
खाद्य सुरक्षा के दायरे में रहने वाले लाभूकों के बीच पायलट प्रोजेक्ट सरकार के द्वारा वितरण किए जाने वाले चावल में फोर्टिफाइड राशन का भी वितरण किया जाता है।जो पोषण से युक्त है।तीन साल पहले सितंबर माह में झारखंड के पूर्वी सिंहभूम के चाकुलिया और धालभूमगढ़ प्रखंड से इस योजना की शुरुआत किया गया है। जनवितरण प्रणाली की दुकानों के माध्यम से फोर्टिफाइड राइस उन लोगों को उपलब्ध कराया जाएगा, जो खाद्य सुरक्षा के दायरे में आते हैं।इसके पहले छतिसगढ़ में फोर्टिफाइड राइस का वितरण सरकारी राशन दुकानों से की जाती है।
फोर्टिफाइड राइस की खासियत
मिनरल, विटामिन, आयरन युक्त हाेता है यह चावल।
हर 100 दाने में एक दाना पोषक तत्वों वाला होता है।
डब्ल्यूएचओ के मानदंड के तहत पोषक तत्वों वाला चावल के दानों में फॉलिक एसिड, आयरन और विटामिन बी-12 की मात्रा मिलाई जाती है।
ये हैं फायदे : इसके सेवन से कुपोषण, एमीनिया की समस्या कम होती है। झारखंड में कई ऐसे इलाके हैं, जहां कुपोषण है। फोर्टिफाइड राइस खाने से काफी हद तक कुपोषण दूर किया जा सकेगा।
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