अनुमंडल ब्यूरो राहुल वर्मा की रिपोर्ट
रमना। रमना थाना क्षेत्र से होकर गुजरी राष्ट्रीय राजमार्ग-75 पर बहियार मोड के समीप तेज रफ्तार हाईवे की चपेट में आने से एक अधेड़ की मौत मौके पर हो गई| मृतक की पहचान बिहार के दरभंगा जिला अंतर्गत बहेड़ी थाना क्षेत्र के अटहर गोट निवासी 60 वर्षीय अर्जुन लालदेव पिता नीलांबर लालदेव के रूप में की गई है| मृतक के पैकेट से मिले आधार कार्ड से उसकी पहचान की गई|मौके पर पहुंची रमना थाना पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए गढ़वा स्थित सदर अस्पताल भेज कर अनुसंधान आरंभ कर दिया है|घटना के संदर्भ में बताया जा रहा है कि मृतक अर्जुन लालदेव लूना मोटर साइकिल पर सवार होकर श्री बंशीधर नगर से गढ़वा की ओर जा रहा था| इसी दौरान बहियार मोड़ के समीप पीछे से आ रही तेज रफ्तार मालवाहक वाहन हाइव (यूपी 64बी टी 5294) अपनी चपेट में ले लिया| जिसके कारण अर्जुन की मौत मौके पर ही हो गई| हाईवे के भागने के क्रम में शव बुरी तरह कुचल चुका था| इधर घटना के बाद हाइवा वाहन के चालक गाड़ी को परसवान बिजली सब स्टेशन के समीप खड़ा कर भागने में सफल रहा| घटना के बाद मौके पर पहुंचे लोगों में शामिल कुलदीप पासवान,भृगुण पासवान,सुभान अंसारी,मंसूर अंसारी,राजेंद्र उरांव सहित कई लोगो ने बताया कि तीखा मोड के कारण हमेशा दुर्घटना होते रहता है| दुर्घटनाओं को कम करने के लिए गति अवरोधक की आवश्यकता है|
सड़क दुर्घटना में गत साल डेढ़ सौ से अधिक की मौत
सड़क सुरक्षा को लेकर चलाए जा रहे जागरूकता अभियान के बाद भी सड़क दुर्घटनाएं कम नहीं हो रही हैं|तीन राज्यों की सीमा पर स्थित होने के कारण गढ़वा जिला में वाहनों का आवागमन ज्यादा होता है| जिसके कारण सड़क दुर्घटनाएं भी ज्यादा होती हैं| जिला प्रशासन और परिवहन विभाग के द्वारा कई तरह के जागरूकता अभियान चलाए जाते हैं, लेकिन दुर्घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही हैं|गढ़वा जिला में सरकार के निर्देश पर सड़क सुरक्षा सप्ताह मनाया जा रहा है| एक जनवरी से शुरू हुआ यह सड़क सुरक्षा सप्ताह 31 जनवरी तक जारी रहेगा| जिसमें परिवहन विभाग से लेकर पीडब्लूडी, आरइओ विभाग भी सड़क सुरक्षा जागरूकता टीम में शामिल है| प्रतिदिन कई तरह के कार्यक्रम कर लोगों को सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक किया जा रहा है| इसके बावजूद सड़क हादसे कम नहीं हो रहे हैं| सरकारी आंकड़ों में सड़क दुर्घटना बेहद चिंताजनक है| स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक बीते वर्ष गढ़वा जिला में कुल 186 सड़क दुर्घटनाए हुई हैं, जिसमें 130 की मौत हुई हैं, जबकि सैकड़ों लोग घायल हुए हैं|हालांकि कई लोगो ने निजी अस्पताल में भी इलाज कराया, जिसकी कोई गिनती ही नहीं है| ऐसे में लोगों के बीच में चर्चा का विषय बना हुआ है किइतनी शक्ति और जागरूकता अभियान के बावजूद भीसड़क दुर्घटनाओं पर अंकुश क्यों नहीं लग पा रहा हैवहीवाहन चालक नियमों का पालन क्यों नहीं कर पा रहे हैं।
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