✍🏻 जिला ब्यूरो अरमान खान//सगमा प्रखंड अंतर्गत पुतुर गांव स्थित हनुमान मंदिर के प्रांगण में दिन शनिवार को जय बजरंगबली दुर्गा पूजा कमेटी के द्वारा दुर्गा पूजा मनाने को लेकर और आकर्षक बनाने के लिए जय बजरंगबली दुर्गा पूजा कमेटी का गठन किया गया। समिति की बैठक स्थानीय मंदिर परिसर में आयोजित की गई, जिसमें पूजा की तैयारियों पर विस्तार से चर्चा हुई। बैठक में सर्वसम्मति से अध्यक्ष मुकेश प्रजापति, श्यामबच्चन यादव को चुना गया, वही सचिव रतन कुमार प्रजापति, रवि कुमार यादव को बनाया गया. जबकि कोषाध्यक्ष वेदप्रकाश यादव, धर्मेंद्र चंद्रवंशी को पदभार सौपा गया.। उपाध्यक्ष शशि यादव, अर्जुन प्रजापति अजीत कुमार को चैयनित किया गया,वही पर उपसचिव रामदेव यादव, परदेसी चंद्रवंशी, नागेंद्र यादव को मनोनीत किया गया।

वही महामंत्री के रूप में ओमप्रकाश बैठा और राहुल कुमार यादव को बनाया गया,जबकि सदस्य के रूप में सिकेंद्र प्रजापति,भानु प्रजापति,अमंत कुमार यादव, प्रभात कुमार यादव , विनेश प्रजापति, शोशील यादव, विनय बैठा, पूरनचंद्र चंद्रवंशी, रोहित बैठा, धीरज कुमार रजक, जितेन्द्र कुमार यादव, श्यामबिहारी प्रजापति, संजय यादव को बनाया गया,वही संरक्षक पूर्व ब्लॉक प्रमुख संजय यादव,पंचायत समिति सदस्य प्रतिनिधि प्रेमन यादव,शिक्षक मनोज कुमार यादव, बुल्लू प्रसाद यादव, विमलेश चंद्रवंशी, कैलाश प्रजापति, दिनेश यादव,विजय यादव, रामबचन यादव, धर्मेंद्र यादव अमरेंद्र प्रसाद गुप्ता सहित कई लोगो को संरक्षक चुना गया।
समिति के पदाधिकारियों ने बताया पिछले चार वर्षो से हनुमान मंदिर के परिसर में दुर्गा पूजा मनाते आ रहे हैं और इस बार पांच वे वर्ष होगा और इस वर्ष भी दुर्गा पूजा धूमधाम से मनाने की योजना बनाई गई है। भव्य पंडाल, आकर्षक मूर्तियां और रात्रि में रामायण का सीरियल दिखाने का निर्णय लिया और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाएगा। साथ ही श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए साफ-सफाई, की व्यवस्था, किया जाएगा.।
बैठक में युवाओं की भागीदारी को विशेष महत्व दिया गया और उन्हें जिम्मेदारी सौंपी गई कि आयोजन पूरी तरह अनुशासित और मर्यादित ढंग से संपन्न हो। वहीं, स्थानीय प्रशासन से भी सहयोग की अपेक्षा जताई गई है ताकि पूजा पर्व शांति और सौहार्द के माहौल में संपन्न हो सके।
समिति के पदाधिकारियों ने लोगों से अपील की है कि अधिक से अधिक संख्या में शामिल होकर इस धार्मिक उत्सव को सफल बनाएं। उन्होंने कहा कि दुर्गा पूजा केवल आस्था का पर्व ही नहीं, बल्कि सामाजिक एकता और संस्कृति का भी प्रतीक है।
