बिशुनपुरा से संवाददाता सुनील कुमार की रिपोर्ट
गढ़वा जिला के बिशुनपुरा थाना क्षेत्र के कई गांवों में हो रही है अवैध महुआ शराब की कारोबार। थाना क्षेत्र के ओढ़ेया, सारो, करचिया, पिपरी, चितरी तथा बिशुनपुरा के भी कई मुहल्ला में शराब बनाने और बेचने का कारोबार बड़े पैमाने पर लोग बेखौफ चला रहे हैं। यहां इन स्थानों पर लगभग रोज 5000 लीटर देशी शराब का उत्पादन होता है जो की एक कुटीर उद्योग का रूप ले चुका है जिससे की युवा पीढ़ी इसके शिकार होते जा रही है। शराब की सेवन से गरीबों की एक मोटी कमाई हुई रकम महुआ शराब पीने में चली जाती है जिससे की कई घरे व बच्चों की शिक्षा बर्बाद होते जा रही है । वहीं आए दिन इलाके में मारपीट व अपराधिक घटनावों में भी वृद्धि हो रही है। यहां से बनाए गए अवैध महुआ शराब रमना, बरडीहा, बंशीधर नगर, मंझिआंव तथा मेराल थाना क्षेत्र में भी आपूर्ति की जाती है। लोगों की माने तो इस कारोबार की जानकारी पुलिस को भी है लेकिन प्रशासन के द्वारा कोई सख्त कदम नहीं उठाने पर लोग और बेखौफ होकर इस कारोबार को बढ़ाते जा रहे हैं।
जानकारी के अनुसार बिशुनपुरा थाना क्षेत्र के ओढ़ेया उतरी पहाड़ के तरफ, बुडकवा नाला में, पिपरी कला गांव के भुइयां टोला, दरवाहा स्कूल के पास, करकचिया गांव में सामुदायिक भवन के पास, बिशुनपुरा में जरही पुल के पास तथा बिशुनपुरा के बोहला टोला तथा अन्य इलाकों में शराब भट्ठी की धड़ल्ले से संचालन हो रही है। आलम यह है कि यहां कई गांवों में शराब विक्रेताओं द्वारा भारी मात्रा में विभिन्न प्रकार की दवाइयां, जमे हुए नाले के गंदे पानी का उपयोग कर शराब बनाई जा रही है जिससे लोगों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है जिसके कारण अभी तक गई लोग यह दवायुक्त शराब पीकर काल के गाल में समा चुके हैं।
इस संबंध में पूछे जाने पर उत्पाद अधीक्षक सुजीत कुमार ने कहा की ऐसी सूचना की जानकारी प्राप्त होते ही करवाई की जाएगी।
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