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*”कॉफ़ी विद एसडीएम” में गढ़वा के व्यवसायियों ने की शिरकत*

*डीजे प्रतिबंध तथा अतिक्रमण विरोधी अभियान का व्यवसायियों ने किया समर्थन*

*जाम मुक्ति, वायु प्रदूषण तथा विधि व्यवस्था को लेकर व्यवसायियों ने दिए अहम सुझाव*

*समाज के उत्थान में व्यापारी वर्ग का होता है अहम योगदान : एसडीओ*

गढ़वा। बुधवार को पूर्व निर्धारित समयानुसार आयोजित “कॉफी विद एसडीएम” में गढ़वा के प्रमुख व्यवसायियों ने शिरकत की। एसडीओ संजय कुमार के आमंत्रण पर अनुमंडल कार्यालय स्थित सभागार में आयोजित इस विशेष कार्यक्रम में पहुंचे व्यवसायियों ने गढ़वा की बेहतरी के लिये कई अहम सुझाव दिए, साथ ही अपनी समस्याओं को भी एसडीओ के समक्ष रखा। कार्यक्रम की शुरुआत में संजय कुमार ने सभी का स्वागत करते हुये सभी से बिना संकोच अपनी बात रखने का अनुरोध किया। लगभग आधा घंटे के अनौपचारिक वार्तालाप के बाद सभी ने एक-एक कर अपनी बातों को रखा।

*जाम मुक्ति और शहरी परिवहन संबंधी दिये सुझाव*

बाबा कमलेश वस्त्रालय के प्रोपराइटर कमलेश अग्रवाल ने सुझाव दिया कि शहर के सभी 6 एंट्री प्वाइंट्स से टाइम टेबल बनाकर अलग-अलग अंतराल पर बड़े वाहनों को प्रवेश देने पर विचार किया जा सकता है, इससे शहर में जाम नहीं रहेगा। आढ़त व्यापारी अरविंद गुप्ता ने सुझाव दिया कि गढ़ देवी मंदिर के पास सुबह-सुबह जो श्रमिकों का जमावड़ा होता है उसे छठ घाट के पास शिफ्ट किया जाए, साथ ही घंटाघर चौक के चारों तरफ नो वेंडिंग जोन तथा नो पार्किंग जोन घोषित किया जाना चाहिए।
व्यापारियों ने कचहरी रोड पर रस्सी से बनाए गए डिवाइडर की प्रशंसा करते हुए अनुरोध किया कि इसे रंका मोड़ से मझिआंव मोड़ तथा रंका मोड़ से टंडवापुल तक भी विस्तारित किया जाना चाहिए। 

*धूल से मुक्ति दिलाने का किया अनुरोध*

ज्यादातर व्यवसाईयों ने एसडीओ से कहा कि शहर का परिवेश जितना साफ सुथरा और चमकदार होना चाहिए वैसा देखने को नहीं मिल रहा है, बल्कि हर गली और सड़क में धूल उड़ रही है ऐसे में नगर परिषद की धूल खींचने वाली मशीनों का नियमित प्रयोग किया जाना चाहिए।

*दुर्घटना संभावित क्षेत्रों में रंबल स्ट्रिप की मांग*

टंडवा के व्यापारी उमेश केसरी ने कहा कि टंडवा मध्य विद्यालय के सामने कई बार दुर्घटनाएं हो चुकी हैं, इसलिए वहां पर स्पीड ब्रेकर या रंबल स्ट्रिप लगाई जाए। इसके उपरांत कुछ अन्य व्यापारियों ने भी ऐसे दुर्घटना संभावित क्षेत्रों का नाम बताते हुए वहां पर भी ब्रेकर लगवाने का अनुरोध किया।
वहीं व्यापारी प्रतिनिधि राजेश गुप्ता ने मझिआंव मोड़ स्थित हाईमास्ट लाइट सहित शहर के अन्य प्रमुख स्थलों के हाई मास्ट लाइटों एवं वेपर लाइटों को ठीक करवाने का अनुरोध किया। अजयकांत पाठक ने कहा कि दानरो नदी छठ घाट के पास कई मांस मछली की दुकानें हैं जिनके आसपास कई बार अवैध शराब की भी बिक्री होती है। जिससे अक्सर विधि व्यवस्था की समस्या उत्पन्न होती है, इसलिए इन्हें कहीं अन्यत्र शिफ्ट करवाया जाए। कुछ आढ़ती व्यवसाईयों ने शिकायत की कि गांव देहात से आने वाले किसानों से नो एंट्री प्वाइंट्स पर अवैध वसूली की जाती है, इस पर रोक लगायी जाए। कुछ लोगों ने सुझाव दिया कि शहर में किसी एक स्थल को चिन्हित कर वहां फूड जोन बनाया जाए और भीड़भाड़ वाले इलाकों में लगे खाद्य पदार्थों के ठेलों को यहां पर एक स्थाई जगह दी जाए जिससे शहर भी सुंदर और व्यवस्थित दिखेगा और जाम नहीं लगेगा। यह भी सुझाव आया कि लोडिंग-अनलोडिंग के दौरान कई बार जाम होता है इस पर टाइगर मोबाइल टीमों को सक्रिय रहने का निर्देश दिया जा सकता है। श्री कृष्ण गौशाला की भूमि को अतिक्रमण मुक्त करने के लिए भी सभी ने एक स्वर में आवाज उठाई।
उपरोक्त सार्वजनिक विषयों के अलावा कुछ निजी मामले भी एसडीओ के समक्ष रखे गये।‌ एसडीओ ने सभी को आश्वस्त किया कि उनके सभी व्यवहारिक सुझावों पर अमल करते हुए उनकी शिकायतों का निस्तारण करने का प्रयास किया जाएगा।

*डीजे प्रतिबंध व अतिक्रमण अभियान की सराहना*

व्यापारियों ने कहा कि डीजे पर प्रतिबंध और अतिक्रमण अभियानों से कुछ लोगों को निजी नुकसान के चलते भले ही कष्ट पहुंचा हो किंतु प्रशासन की उक्त कार्रवाई सामूहिक हित में है, इसलिए वे इन प्रयासों का नैतिक समर्थन करते हैं।
इस दौरान कमलेश कुमार अग्रवाल, राजेश कुमार गुप्ता, राकेश पाल, रवि केसरी, श्रीनाथ अग्रवाल, दिव्य प्रकाश, अजय कांत पाठक, अरविंद कुमार (बुलू भंडार), दिलीप गुप्ता, प्रदीप कुमार, विवेक केसरी आदि ने अपने सुझाव दिए।

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navneetkumar27828

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